नई दिल्ली- वीजा संबंधी दस्तावेज हासिल करने में आई. पी. एल. भूतपूर्व मुखिया ललित मोदी की मदद करने को लेकर भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पर विपक्ष लगातार निशाना साध रहा है। इस मामले को लेकर विपक्षी दल कांग्रेस विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को उनके पद से बर्खास्त करने की मांग पर अड़ी है। कांग्रेस ने मंगलवार (१६ जून २०१५) को आरोप लगाया कि केंद्र सरकार करोड़ों रूपए का घोटाला करने के आरोपी व्यक्ति (आई. पी. एल. भूतपूर्व मुखिया ललित मोदी) को बचाने की पूरी कोशिश कर रही है।
साथ ही कांग्रेस ने यह भी कहा कि, ऐसा लग रहा है मानो पीएम नरेंद्र मोदी को सुषमा स्वराज द्वारा ललित मोदी की मदद किए जाने के प्रयासों के बारे में कुछ भी जानकारी नहीं है। कांग्रेस प्रवक्ता अजॉय कुमार ने कहा, ‘ये हैरान कर देने वाले लग रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सुषमा स्वराज द्वारा ललित मोदी के मदद किए जाने के बारे में नहीं पता है। प्रधानमंत्री को उन्हें तुरंत बर्खास्त कर देना चाहिए।’
उन्होंने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने रेडियो अपने शो ‘मन की बात’ में इस माह इस विषय पर इस मामले पर बोलना चाहिए। कांग्रेस ने कल पूरी भाजपा और केंद्र सरकार पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘मौन स्वीकृति’ के साथ ललित मोदी की मदद करने का आरोप लगाया था।
कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर यह भी आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार करोड़ों रूपए का घोटाला करने के आरोपी व्यक्ति (ललित मोदी) को बचाने की पूरी कोशिश कर रही है| उन्होंने इस बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से स्पष्टीकरण की मांग की थी।
इससे पहले ललित मोदी को वीजा दिलाने के मामले में विवादों में घिरी विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का शिवसेना ने जमकर समर्थन किया।
शिवसेना के मुखपत्र सामना में कहा गया है, की भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज जैसे अनुभवी और कर्तव्यनिष्ठ मंत्री पर ललित मोदी को वीजा दिलाने के मामले में कांग्रेस जानकर कीचड़ उछालने का काम कर रही है। कांग्रेस के लोग इस तरह से हंगामा मचा रहे है जैसे सुषमा स्वराज ने गिरफ्तार दाऊद या कसाब को जेल से रिहा कर दिया, जो की अनुचित है।